आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू व कश्मीर में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर व लागू की जा रही प्रीपेड बिजली प्रणाली राजनीतिक मुद्दा बनती जा रही है। लाेगों में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए राजनीतिक दलों व कई सामाजिक संगठनों ने स्मार्ट मीटर व प्रीपेड बिजली प्रणाली के विरोध में रोजाना प्रदर्शनों का सिलसिला आरंभ कर दिया है। वीरवार को जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता एजाज कागजी ने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों के साथ शहर के अति व्यस्त शहीदी चौक में उपराज्यपाल प्रशासन व बिजली निगम के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। एजाज कागजी ने कहा कि प्रदेश की गरीब जनता पर अपनी नीतियों को जबरन लागू करने के लिए केंद्र व उपराज्यपाल प्रशासन आर्थिक बोझ बढ़ा रहा है। प्रदेश में 1700 करोड़ की लागत से लगाए गए डिजिटल मीटरों को उतार अब हजारों करोड़ो खर्च कर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को इतने भारी बिल क्यों आ रहे हैं, इसका जवाब अधिकारियों के पास भी नहीं है। सच तो यह है कि लगाने से पहले इन मीटरों की जांच नहीं की गई है। ये मीटर सही से काम कर रहे हैं या नहीं इसका उत्तर न तो प्रशासन और न ही बिजली निगम के पास है।