आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू कश्मीर शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम जून के दूसरे सप्ताह में आएगा। साथ ही इन दोनों कक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच हो चुकी है और अब बोर्ड उनमें सुधार के लिए जांच करवा है ताकि त्रृटि रहित परीक्षा परिणाम जारी किया जा सके। जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर शिक्षा बोर्ड ने समर व विंटर जोन की परीक्षाएं इस बार एक साथ ली हैं। जानकारी के अनुसार यह पहला मौका है जब जम्मू व कश्मीर संभाग में एक साथ परीक्षाओं का आयोजन किया गया है। हालांकि इन दोनों जोन में भी साफ्ट व हार्ड जोन बनाए गए थे। हार्ड जोन वे इलाके हैं जहां सर्दियों में बर्फबारी बहुत अधिक होती है और वहां मार्च और अप्रैल महीने में भी स्कूल खोलना संभव नहीं होता। हार्ड जोन में साफ्ट जोन की परीक्षाओं के समापन के बाद परीक्षाएं ली गई थी। हार्ड जोन में भी पंद्रह मई को परीक्षा हुआ था जिसके बाद बोर्ड अब उनका परिणाम तैयार करवा रहा है। उधर दसवीं व बारहवीं कक्षा की परीक्षा दे चुके विद्यार्थी भी अब बेसब्री से परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। साथ ही हालांकि कुछ विद्यार्थियों ने प्रोविजनल दाखिले भी स्कूलों में ले लिए हैं जबकि अधिकतर विद्यार्थी परिणाम का इंतजार कर रहे हैं ताकि परिणाम के आधार पर वे तय कर सकें कि आगे वे किन विषयों के साथ शिक्षा प्राप्त करें। दसवीं की परीक्षा दे चुके जम्मू के छात्र अमित पाधा का कहना है कि उनका इंतजार काफी लंबा हो चुका है। सीबीएसई स्कूलों के बच्चे कब से पढ़ाई में भी लग गए हैं लेकिन उनका अभी तक परिणाम ही जारी नहीं हुआ। सीबीएसई स्कूल अब बच्चों के टेस्ट की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि वहीं अन्य छात्र रोहित शर्मा का कहना है कि उसने बारहवीं कक्षा की परीक्षा दी है। साथ ही उसने नीट की परीक्षा भी दे दी है लेकिन अभी तक उसका बोर्ड का परिणाम जारी नहीं हुआ है। वह बोर्ड के परिणाम का इंतजार कर रहा है ताकि उसे पता चल सके कि उसकी मेहनत का उसे कितना फल मिला है।