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Jammu: शॉपिंग मॉल पर चला प्रशासन का पीला पंजा, लोगों ने जताया रोष

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खबर यह है कि कठुआ शहर के वार्ड सात में नव निर्मित शॉपिंग मॉल के भवन को शुक्रवार को प्रशासन ने गिरा दिया है। आज तड़के सुबह प्रशासनिक अधिकारी बड़ी मशीनों और पुलिस बल के साथ पहुंचे। इसके बाद ये कार्रवाई की गई। वहीं, प्रशासनिक अधिकारियों को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन बड़ी-बड़ी मशीनें लगाकर भवन को गिरा रहा है, लेकिन इससे उनके घरों को भी नुकसान पहुंच रहा है। विरोध को देखते हुई भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। जानकारी के अनुसार हाल ही में शॉपिंग मॉल को सोमवार तक के लिए प्रशासन ने बंद करवा दिया गया था। इसके साथ ही जिला उपायुक्त के निर्देश के बाद मजिस्ट्रेट और पुलिस की मौजूदगी में इमारत की तालाबंदी की गई। नगर परिषद को ट्रिब्यूनल कोर्ट की ओर से मिले निर्देश के बाद यह कार्रवाई सुनिश्चित की गई। इसके साथ ही इसमें नगर परिषद का अब दावा रहा कि इमारत का नक्शा दो चरणों में रिहायशी इमारत के लिए पास किया गया, जबकि इसे व्यावसायिक तैयार कर दिया गया। यहां तक कि यह भी दावा किया गया है कि इमारत का चौथा फ्लोर अवैध है। जिसे लेकर नगर परिषद ने मालिक को नोटिस जारी किया गया हालांकि इसके बाद इमारत का मालिक ट्रिब्यूनल कोर्ट में चला गया। नगर परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष 111कोतवाल ने बताया कि इमारत के मालिक को बिल्डिंग ऑपरेशन के संबंध में नोटिस जारी किया गया था। बताया कि नगर परिषद मालिक को अवैध बनाए गए फ्लोर को खुद गिराने के संबंध में नोटिस जारी करने की तैयारी में थी लेकिन मालिक कोर्ट में चला गया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शुक्रवार को ट्रिब्यूनल कोर्ट में नगर परिषद के अधिकारी पेश हुए और कोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि नगर परिषद सोमवार तक कोई कार्रवाई न करे और इमारत का मालिक इसमें कोई और काम आगे न बढ़ाए। अधिकारी ने बताया कि लिहाजा प्रशासन की मदद लेकर तालाबंदी करवा दी गई है। कोतवाल ने बताया कि यह इमारत रिहायशी नक्शों को पास करवाकर तैयार हुई जिसे दो चरणों में पास किया गया। 2018-19 और 2020-21 में इसका निर्माण हुआ। हालांकि उन्होंने दावा किया है कि चौथे अवैध फ्लोर का निर्माण उनके कार्यकाल से पहले ही हो चुका था। बताया कि लोगों के विरोध के बाद नाले पर स्लैब डलवाने का काम बंद करवा दिया गया था। उन्होंने बताया कि इसके बाद की गई दस्तावेजी जांच में पता चला कि दो फ्लोर का नक्शा ही पास हुआ था और वो भी रिहायशी इमारत का। तहसीलदार कठुआ विक्रम कुमार ने बताया कि डीसी कठुआ के निर्देश के बाद नायब तहसीलदार को मौके पर भेजकर इमारत को बंद करवा दिया गया है।

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