आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से सीमा पर बैठे आतंकी संगठनों ने आगामी श्री अमरनाथ यात्रा में खलल डालने के लिए साजिश रचनी शुरू कर दी है। साथ ही आईएसआई के कहने पर पाकिस्तानी रेंजरों और पाकिस्तानी सैनिकों के बंकरों में लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षित आतंकियों को पनाह दी गई है। जानकारी के अनुसार इन्हें हर हाल में अगले एक महीने में घुसपैठ करने और अमरनाथ यात्रा शुरू होने से ठीक दो-तीन दिन पहले बड़ा हमला करने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि सियालकोट के नजदीक शकरगढ़, पुंछ में बिंबर, मीरपुर और कोटली आदि में 30 से 40 प्रशिक्षित आतंकियों को तैयार किया गया है। इसके साथ ही यह आतंकी अगले 15 से 20 दिनों में कभी भी कहीं से घुसपैठ करने का प्रयास कर सकते हैं। कठुआ के हीरानगर, सांबा के रामगढ़, राजोरी के नौशेरा और पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर से आतंकी घुसपैठ कर सकते हैं। इनको घुसपैठ के लिए तैयार किया गया है, जबकि गोला बारूद, हथियार और नकदी ड्रोन के जरिए भेजने की साजिश रची जा रही है। इन आतंकियों के घुसने के बाद इनके लिए काम करने वाले ओजी वर्कर इन तक उक्त सामान पहुंचाएंगे। इन आतंकियों के लिए ओजी वर्कर अभी से गोला बारूद, हथियार और नकदी जुटा रहे हैं। इसके लिए सीमा पार से हेरोइन भी भेजी जा रही है। बता दें कि पिछले तीन दिन में पुंछ और सांबा जिलों की एनओसी और बार्डर पर दो बार घुसपैठ का प्रयास हो चुका है। पुंछ तो घुसपैठ करने आए तीन आतंकी जिंदा दबोचे गए। बता दें कि इनके पास से 10 किलो आईईडी मिली थी। इससे साफ पता चलता है कि आतंकी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे।