आपकी जानकारी सांबा के बाद जिला कठुआ में श्री अमरनाथ यात्रियों के फर्जी पंजीकरण के मामले सामने आए हैं। कठुआ में अब तक 54 लोगों के पंजीकरण फेक पाए गए हैं। सभी तीर्थ यात्री दिल्ली के रहने वाले हैं। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। वहींए सुरक्षा एजेंसियां भी सकते में आ गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने भी अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसारए प्रदेश के प्रवेशद्वार लखनपुर में गुरुवार.शुक्रवार की रात एक बजे 19 यात्रियों का जत्था पुहंचा। पुलिस ने जब उनके पंजीकरण की जांच की तो वो सभी फर्जी पाए गए। इसके बाद सुबह करीब दस बजे एक 45 यात्रियों का जत्था लखनपुर पहुंचा। इनके पंजीकरण भी फर्जी पाए गए। इसके बाद सुबह साढ़ें 11 बजे के करीब आए एक अन्य जत्थे में 120 यात्री शामिल रहे। इनमें भी धांधली की जांच आंशका जताई जा रही है। कठुआ में अब तक 54 श्रद्धालुओं के पंजीकरण फेक पाए गए हैं। इससे पहले सांबा में गुरुवार को 69 यात्रियों का फर्जी पंजीकरण फेक निकला। दोनों जिलों में अब तक कुल 123 लोगों के पंजीकरण नकली पाए गए हैं।
इसके साथ ही उधरए पुलिस को यात्रियों ने बताया कि वे सभी दिल्ली के अलग.अलग क्षेत्र के रहने वाले हैं और उन्होंने एजेंट के माध्यम से पंजीकरण कराया था। फिलहाल इस सभी यात्रियों को लखनपुर में ठहराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। फेक पंजीकरण करने वाले एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की भी तैयारी की जा रही है।सांबा के चीची माता मंदिर में गुरुवार दोपहर को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से दो यात्री बसों में 73 लोग पहुंचे। जांच करने पर 69 यात्रियों का पंजीकरण फर्जी निकलाए जिनसे 4ण्83 लाख रुपये लिए गए थे। जिला सूचना विभाग अधिकारी के नेतृत्व में ई.केवाईसी टीम ने सत्यापन करने पर पाया कि अधिकांश तीर्थ यात्रियों के यात्रा परमिट से छेड़छाड़ की गई है। तीर्थ यात्रियों और चालकों से पूछताछ करने पर पता चला कि मुजफ्फरनगर ;उत्तर प्रदेशद्ध से संचालित होने वाली विकास बस एजेंसी के एजेंट राहुल भारद्वाज ने पंजीकरण के लिए प्रति व्यक्ति 7000 रुपए वसूले थे।