आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खबर यह है कि में अधिकारियों ने ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के साथ.साथ शहर की ईदगाह में ईद की नमाज की अनुमति नहीं दी है। मस्जिद के प्रबंध निकाय के अनुसार पिछले कई वर्षों से ईदगाह में सामूहिक ईद की नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी गई है। एक बयान में जामिया मस्जिद के प्रबंध निकाय ने बुधवार को कहाए ष्यह जनता को सूचित किया जाता है कि अधिकारियों ने अंजुमन औकाफ जामा मस्जिद को बता दिया है कि एक बार फिरए ऐतिहासिक और केंद्रीय ईदगाह श्रीनगर में ई.उल.अधा की नमाज की अनुमति नहीं दी जाएगी। हिजबुल मुजाहिदीन के तत्कालीन कमांडर बुरहान वानी की हत्या के बाद 2016 से ईदगा1ह में ईद की नमाज नहीं हुई हैए क्योंकि अधिकारियों को कानून.व्यवस्था जारी होने की आशंका है। वानीए जो उस समय घाटी में आतंकवाद का पोस्टर बॉय थाए ईद.उल.फितर के तीन दिन बाद 8 जुलाईए 2016 को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उसकी हत्या के बाद घाटी में कई महीनों तक विरोध प्रदर्शन हुआ।अंजुमन ने मीरवाइज.ए.कश्मीरए मोहम्मद उमर फारूक की निरंतर हिरासत की भी निंदा कीए जो पारंपरिक रूप से ईद की नमाज से पहले ईदगाह में ईद का उपदेश देते हैं। मीरवाइज 5 अगस्तए 2019 से घर में नजरबंद हैंए जब केंद्र ने जम्मू.कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया था।