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J&K: अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को लेकर आई यह अच्छी खबर

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खबर यह है कि नब्बे के दशक से आतंकवाद और अलगाववाद का दंश झेल रहे जम्मू-कश्मीर को 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद संजीवनी मिली है। खासकर पर्यटन क्षेत्र में काफी उछाल आया है। इसके साथ ही यह खुलासा दुनिया की मशहूर अमेरिकी अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में किया है। खासकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का केंद्र कश्मीर में पर्यटन में तेजी देखी जा रही है। जानकारी के अनुसार श्रीनगर में हाल ही में आयोजित जी20 बैठक ने स्पष्ट रूप से अंतरराष्ट्रीय मीडिया का ध्यान आकर्षित किया है। साथ ही इसमें से कई ने कश्मीर में स्थिरता और सामान्य स्थिति की बहाली के भारत के प्रयासों को उजागर किया है। वहीं, इससे कश्मीर के स्थानीय लोग भी सहमत नजर आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा जी20 में भारत की भूमिका को दर्शाने वाले होर्डिंग पर श्रीनगर: द सिटी ब्यूटीफुल जैसे नारों के साथ दिखाई दिया। स्थानीय कारोबारी भी इससे सहमत हैं। तंगमर्ग और गुलमर्ग, उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में दो सुरम्य स्वास्थ्य रिसॉर्ट्स ने शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) द्वारा एक सौंदर्यीकरण योजना को लागू कर उल्लेखनीय बदलाव लाया गया है। 43 वर्षीय जावेद बखर ने बताया कि पर्यटक उनकी स्मारिका दुकान आने लगे हैं। बता दें कि पर्यटन व्यवसाय अच्छा है। जी20 के दौरान, भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वोंग ने कश्मीर की सुंदरता की प्रशंसा की और कहा कि वह श्रीनगर में बहुत खुश हैं। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि श्रीनगर में आकर बहुत खुशी हुई। आपके गर्मजोशी से स्वागत के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। जी20 में भारतीय अधिकारियों ने दावा किया है कि पिछले साल जम्मू-कश्मीर में 18 मिलियन से अधिक पर्यटक आए। 2008 में यह आंकड़ा 7.7 मिलियन से अधिक था।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के अनुसार, जबकि बेरोजगारी दर पिछले साल के 30 प्रतिशत से अधिक के शिखर से गिरकर इस साल मार्च में 23.1 प्रतिशत हो गई है। यह हरियाणा और राजस्थान राज्यों के बाद भारत की तीसरी सबसे बड़ी गिरावट थी। पर्यटन में उछाल स्थानीय लोगों के लिए जबरदस्त मददगार रही है। कश्मीर के 34 वर्षीय स्टोर प्रबंधक समीर अहमद ने कहा कि पहले राजनीतिक अस्थिरता ने पिछले सात वर्षों के दौरान हर साल औसतन छह महीने के लिए दुकान को बंद करने के लिए मजबूर किया था। इसके साथ ही कोविड पाबंदियां हटने के बाद पर्यटकों के आगमन में वृद्धि हुई है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में पर्यटन के विकास एवं बढ़ौतरी के लिए केंद्र सरकार और प्रदेश शासन की ओर से प्रयास जारी है। इसी कड़ी में श्रीनगर में गत दिनों जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया है, जिसका मदसद पर्यटन को बढ़ावा देना था। सम्मेलन के दौरान जी20 के देशों ने कश्मीर के उत्कृष्ट हस्तशिल्प की काफी सराहना की है। इसके अलावा पश्मीना शॉल, कालीनों, नक्काशीदार अखरोट की लकड़ी की उत्कृष्ट कृतियां, प्राचीन कांगड़ी (आग के बर्तन), और जीवंत पपीयर-माचे कला ने प्रदर्शनी ने खूब वाहवाही लूटी है।

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