आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खबर यह है कि हीरानगर होल्डिंग सेंटर में विगत दो साल से बंद किए रोहिंग्याओं ने रिहा किए जाने को लेकर समय.समय पर आवाज उठाने का सिलसिला जारी रखे हुए है। अब एक बार फिर रोहिंग्याओं ने रिहाई के लिए उस समय मांग की, जब उन्हें जांच के लिए हीरानगर अस्पताल ले जाया गया। इसके साथ ही मौका पाकर उन्होंने मीडिया के समक्ष अपनी मांग को फिर दोहराते हुए कहा कि उन्हें किस कसूर के लिए बंद किया गया है। वे अपने देश से कई साल पहले अपनी जान बचाकर हिंदुस्तान में आए थे और जम्मू में रह रहे थेए लेकिन पिछले दो साल से उन्हें यहां लाकर बंद किया गया है। इसमें किसी के परिवार का एक सदस्य यहां हैए जबकि दूसरा जम्मू में। इससे उनके लिए और मुसीबत बढ़ गई है। जानकारी के अनुसार सरकार ने आखिर किस मकसद के लिए उन्हें यहां बंद किया है। उन्हें यहां से जल्द रिहा किया जाए या तो उन्हें जम्मू में उनके परिवारों के साथ छोड़ दिया जाए। अगर ऐसा नहीं तो उन्हें वापस अपने देश भेज दें। सरकार उन्हें उनके परिवार से मिला देंए जहां पर कुछ परिवार के सदस्यए जिसमें अकेले वृद्धए बच्चे और लड़कियां शामिल है। जम्मू और पंजाब में 15 हजार के करीब उनके लोग रहते हैं। इसके साथ ही गौर है कि जम्मू में पिछले दिनों गृहमंत्री और अब रक्षा मंत्री के दौरे को लेकर अपनी मांग को तेज किए हैए ताकि उनके ध्यान में उनकी मांग जाएं।