आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खबर यह है कि जम्मू कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्रों में अब कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। पड़ाहों की ऊपरी चोटी दिन ब दिन बर्फ से ढंकती जा रही है। ऐसे में मैदानी क्षेत्र में रहने वालों को आदमखोर तेंदुओं से सावधान रहने की जरूरत है। अब वे कभी भी कहीं पर हमला कर सकते हैं। इसके साथ ही जब पहाड़ों पर बर्फ पड़ जाती है तो तेंदुओं को भूख मिटाने के लिए ऊपर कुछ भी नहीं मिलता है। इसलिए वे नीचे आवासीय क्षेत्रों तक पहुंच जाते हैं। रविवार को पुंछ जिले के सीमावर्ती क्षेत्र शाहपुर में के सोकड, ऐटी मोड़ और साईं बाबा मजार के नजदीकी क्षेत्रों में तेंदुअर घूमता नजर आया। तेंदुआ दिखने के बाद शाहपुर में दहशत का माहौल बन गया है। यहां शाम होते ही ग्रामीण मवेशियों को पशुशाला में सुरक्षित स्थानों पर बांध कर घरों में दुबक जाते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले कई दिनों से तेंदुए रात्रि में दिखाई दे रहे थे। इससे पहले शनिवार रात को तेंदुए ने सोकड गांव में बकरियों के बाड़े में हमला कर चार बकरियों को शिकार बना लिया। हमले की जानकारी मिलते ही गांव के लोग टार्च और मशालें लेकर मौके पर पहुंचे। लोगों की भीड़ देखकर तेंदुआ बकरियों को छोड़कर वहां से भाग गया। बता दें कि इससे पहले भी जिले के जंगली क्षेत्र के नजदीकी क्षेत्रों में रीछ या तेंदुआ जानवरों को अपना शिकार बनाता रहा है। इस हमले के बाद क्षेत्रवासियों को डर है कि तेंदुआ उनके बच्चों या अन्य किसी व्यक्ति पर हमला न कर दे। वहीं वन्यजीव विभाग के सदस्य ने बताया की जंगली क्षेत्रों और नियंत्रण रेखा के नजदीकी क्षेत्रों में सर्दी के दौरान जंगली जानवर खाने की तलाश में रिहायशी क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं और अक्सर मवेशियों को निशाना बनाते हैं इन्हें पकड़ पाना कठिन होता है क्योंकि रात्रि में शिकार