आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू कश्मीर पुलिस सब इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती घोटाले में सीबीआई चार से पांच दिन के भीतर आरोप पत्र दायर करने जा रही है। इसमें सीबीआई इस पूरे घोटाले में जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) के अफसरों की भूमिका से पर्दा उठाएगी। आरोप पत्र में बोर्ड के दो पूर्व केएएस अधिकारियों समेत 4 अफसरों के नाम हैं, जिनकी मिलीभगत से यह घोटाला हुआ। सीबीआई पूरा काला चिट्ठा खोलेगी कि किस तरह से यह घोटाला हुआ। सूत्रों का कहना है कि अगले 4 से 5 दिन के भीतर इस मामले में आरोप पत्र दायर होगा। ऐसा करना सीबीआई के लिए मजबूरी है, क्योंकि इस मामले में 60 दिन पहले यदि सीबीआई आरोप पत्र दायर नहीं करती तो इस मामले में गिरफ्तार किए गए 13 आरोपी खुद ही जमानत पर छूट जाएंगे। ऐसे में सीबीआई नहीं चाहती कि गिरफ्तार आरोपियों को जमानत मिले। सीबीआई ने आरोप पत्र में बोर्ड के दो पूर्व केएएस अधिकारियों समेत 4 अफसरों के नाम शामिल किए हैं। इसमें बताया जाएगा कि कैसे इन अफसरों की मिलीभगत से उस भर्ती एजेंसी को भर्ती का ठेका ही नहीं दिया, जिसको देना चाहिए था। उस एजेंसी को ठेका दिया गया, जिसका रिकॉर्ड सही नहीं है। साथ ही इन अफसरों ने ही दलालों को बताया कि कौन सी एजेंसी से भर्ती करवाई जा रही है, कहां से इसके पेपर प्रकाशित होंगे और कहां से इस पेपर को लीक किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई इस पूरे घोटाले में बोर्ड की भूमिका से पर्दा हटाएगी कि किस तरह से इन अफसरों ने घोटाले की साजिश रची।
अब तक गिरफ्तार होने वाले
इस मामले में सीबीआई अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें बीएसएफ कमांडेंट करनैल सिंह, एएसआई अशोक कुमार, सीआरपीएफ कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह, पुलिस कर्मी रमन कुमार, सरकारी शिक्षक जगदीश शर्मा आदि शामिल हैं। इन सभी लोगों के नाम सीबीआई के आरोप पत्र में शामिल हैं, जबकि जेकेएसएसबी के अफसरों के नाम भी शामिल किए गए हैं।
आरोपियों को दस दिन की रिमांड
इसके साथ ही सीबीआई की ओर से गिरफ्तार चारों आरोपियों को दस दिन की रिमांड पर लिया गया है। आरोपी सुरेंद्र सिंह निवासी मुरलीपुर रेवाड़ी हरियाणा, एएसआई अशोक कुमार निवासी पलांवाला जम्मू, बजिंदर सिंह निवासी करनाल हरियाणा और प्रदीप कुमार निवासी मद्रासी कालोनी दिल्ली को सीबीआई ने रविवार को गिरफ्तार किया था। सोमवार इन आरोपियों को डीएसपी प्रशांत शर्मा ने सीजेएम जम्मू के समक्ष पेश किया। इसमें आरोपियों के लिए 15 दिन की रिमांड मांगी गई थी।